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Aspirants 2 : अभिलाष और संदीप भैया की कहानी से कनेक्ट कर सकते हैं लोग, जाने केसा है रिव्यु

Aspirants 2

Aspirants 2 : इस शुक्रवार को 12th फेल (12th Fail) रिलीज होने जा रही है, जो आइपीएस मनोज कुमार शर्मा के जीवन से प्रेरित है। इस फिल्म में उनके जीवन संघर्ष और सिविल सर्विसेज के लिए उनकी तैयारी को दिखाया जाता है। इसी बीच 12th फेल से पहले सिविल सर्विसेज की तैयारियों की आपाधापी को दर्शाने वाली वेब सीरीज एस्पिरेंट्स का दूसरा सीजन (Aspirants 2) भी रिलीज हो चुका है।

एस्पिरेंट्स 2 में आपको सफलता, विफलता, दोस्ती और रिश्तों के बदलने के समीकरण देखने को मिलते हैं। पहले सीजन में जहां कोचिंग, करियर और पढ़ाई की चिंता को दर्शाया गया, वहीं दूसरे सीजन की कहानी ज़िन्दगी के अगले पड़ाव को दर्शाती है। पहले सीजन की तुलना में दूसरे सीजन में दुनियादारी को काफी करीब से दिखाया गया है।

Aspirants 2 : यह है एस्पिरेंट्स सीजन 2 की कहानी

अगर बात करें दूसरे सीजन (Aspirants 2) की कहानी की तो यह चारों किरदारों अभिलाष शर्मा, गुरप्रीत सिंह गूरी, श्वेतकेतु झा (एसके) और संदीप सिंह ओहलान (संदीप भैया) के जीवन के अगले पड़ाव को दिखाती है। अभिलाष को रामपुर के डीम के पद पर पोस्टिंग मिल जाती है, वहीं गुरप्रीत अपनी आर्थिक समस्याओं से झुझता हुआ नज़र आता है।

वह पत्नी धैर्य के साथ सरकारी कॉन्ट्रैक्ट लेने का प्रयास करता है। संदीप भैया पीसीएस अफसर के पद पर कार्यरत हैं। वहीं एसके इन सबके बीच पिसता हुआ नज़र आता है।

Aspirants 2 में आपको 5 एपिसोड्स देखने को मिलेंगे, जिनके शीर्षक सेल्फ स्टडी, स्ट्रैटजी, मरफीज लॉ, मॉक इंटरव्यू एवं फाइनल इंटरव्यू हैं। TVF की सभी सीरीज में एक खासियत देखने को मिलती है जो है सहजता। कहानी के विस्तार से लेकर किरदारों के कैरेक्टर ग्राफ तक में यह देखने को मिलती है, जिससे दर्शक सरलता से जुड़ पाते हैं। जिन चिंताओं और आकांक्षाओं की जिम्मेदारी लेकर मध्यमवर्गीय परिवारों के बच्चे बड़े होते हैं, वह दर्शकों को कहानी से जुड़ने में सहायता करती हैं।

एस्पिरेंट्स एक ऐसी कहानी है जिससे हर वो शख्स जुड़ाव महसूस करता है, जिसने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की है। अभिलाष शर्मा का किरदार उस नौजवान को दर्शाता है, जो IAS बनने का सपना देखता है। उस कुर्सी पर बैठने के बाद वह अपनी विजन को लागू करने की कोशिश करता है, लेकिन राजनीति और लालफीताशाही उसके रास्ते में अड़चन बन जाती है।

वहीं संदीप भैया का किरदार दोस्तों के साथ अभी भी कोचिंग के समय वाला रोल निभाते हुए नज़र आता है। गुरप्रीत और एसके के किरदार प्रतियोगी परीक्षाओं में असफल होने और अपने साथियों की तरफ देखकर मन में चल रही उथल-पुथल का दर्शाते हैं। कलाकारों ने दूसरे सीजन (Aspirants 2) की कहानी के मुताबिक किरदारों में जो बदलाव आने चाहिए, उन्हें बखूबी निभाया है।

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