Indian Railway : भारतीय रेलवे कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़कर एक उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल करने हेतु तैयार है। महत्वाकांक्षी उधमपुर-बारामूला रेल लिंक परियोजना पर काम पूरा होने वाला है। पहली बार केंद्र शासित प्रदेश के दो क्षेत्रों के बीच ट्रेन चलाने का रास्ता साफ हो गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, 272 किलोमीटर लंबी उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना पर काम उन्नत चरण में है और अब तक 95 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। एक बार काम पूरा होने पर सीधी ट्रेन सेवा श्रीनगर और जम्मू के बीच यात्रा का समय 6 घंटे से घटाकर 3.5 घंटे करके बहुप्रतीक्षित राहत लेकर आएगी।
इस परियोजना से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की भी उम्मीद है, क्योंकि सामान ट्रेन के माध्यम से वितरित किया जाएगा। जम्मू-कश्मीर से अन्य कृषि उत्पादों के अलावा सेब जैसी बागवानी वस्तुओं का परिवहन आसान हो जाएगा। यूएसबीआरएल के संरेखण के लिए अत्यंत चुनौतीपूर्ण और पहाड़ी इलाकों में कई सुरंगों और पुलों के निर्माण की आवश्यकता होती है, जो जटिल और मांग वाली हिमालयी भूवैज्ञानिक स्थितियों की विशेषता रखते हैं।
Indian Railway : दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 में पूरी हो जाएगी परियोजना
उत्तर रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी विनोद कुमार ने बताया कि परियोजना निर्धारित तिथि दिसंबर 2023 या जनवरी 2024 में पूरी हो जाएगी। ”कार्य समय सीमा के अनुसार चल रहा है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम तय कार्यक्रम पर परियोजना का उद्घाटन करेंगे।” गौरतलब है कि सरकार का इरादा जम्मू और श्रीनगर के बीच बहुप्रतीक्षित वंदे भारत मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू करने का है।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि पहली बार में मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन रखरखाव सुविधा स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। रेल नेटवर्क पूरा होने के बाद वंदे भारत मेट्रो जम्मू और श्रीनगर के बीच चलाई जाएगी। एक अधिकारी ने बताया कि यूएसबीआरएल परियोजना में 119 किमी की कुल लंबाई वाली 38 सुरंगें शामिल हैं।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि 927 पुल हैं, जिनकी कुल लंबाई 13 किमी है। इन पुलों में प्रतिष्ठित चिनाब ब्रिज शामिल है, जो चिनाब नदी के तल से 359 मीटर ऊपर है और इसे दुनिया का सबसे ऊंचा स्टील आर्च रेल ब्रिज माना जाता है।