सुनहरी रोशनी से सजे जान्हवी कपूर के मुंबई स्थित घर पर वह दिवाली के सेलिब्रेशन की तैयारी में लगी हुई हैं। इस दौरान उन्हें पारंपरिक गुलाबी साड़ी में देखा गया और उन्होंने कपूर खानदान के सबसे रोमांचक त्योहार के बारे में बातचीत की। आपको बता दें दिवाली के मौके पर जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) ने अपनी माँ श्रीदेवी को याद किया।
उन्होंने कहा, “मैं एक ऐसे घर में पली-बढ़ी हूँ, जहां परंपराएं हमारे परिवार और मेरे बचपन का एक अहम हिस्सा रही हैं। मेरी माँ हमेशा इस दिन घर को सजाने का आनंद लेती थीं। हम दिवाली पूजा करते थे और गणेश चतुर्थी पर हम हमेशा एक परिवार के रूप में मिलते थे। करवा चौथ भी एक बड़ा त्योहार है। मुझे लगता है कि हमारी भारतीय विरासत, परंपराएं और संस्कृति हमेशा से हमारे जीवन का एक अहम हिस्सा रही हैं।”
जान्हवी कपूर (Janhvi Kapoor) ने बताया केसा होता है कपूर फॅमिली का त्योंहार
जान्हवी कपूर के मुताबिक यह सब उनकी मां ने उनमें दृढ़ता से विकसित किया है। उन्होंने कहा, “वह हमेशा से बहुत धार्मिक रही हैं। मुझे लगता है कि इन सभी परंपराओं में मेरा निवेश मुझे माँ के करीब होने का एहसास दिलाता है।” कपूर परिवार का कोई भी उत्सव अच्छे भोजन और खुलकर बातचीत के बिना पूरा नहीं हो सकता।
जान्हवी ने कहा, “मेरी दादी के घर हमेशा दिवाली का रात्रि भोज हुआ करता था। लाजवाब खाना, पूरा घर रोशनी से सजा हुआ। पूरा परिवार एक साथ तैयार होता है। हम सभी ऐसा करते हैं और अच्छा समय बिताते हैं। मेरे परिवार में एक सामान्य दिवाली उत्सव बिल्कुल इसी तरह का होता है। हमारे कार्यालय या घर पर दिन के दौरान पूजा होती है। इसके लिए, मैं माँ को हमेशा पारंपरिक पट्टू साड़ी पहनते देखते आई हूँ, हम पूजा के लिए पट्टू पावड़ाई पहनते हैं। फिर रात के खाने में हम दादी के घर पर पुलाव, राजमा, कपूर खानदान के व्यंजन खाकर मौज-मस्ती करेंगे। हो सकता है कि मैंने कभी-कभी रात का खाना मिस किया हो, लेकिन मैंने पूजा कभी मिस नहीं की।”