उत्तर प्रदेश के अयोध्या (Ayodhya) में शनिवार को भव्य दीपोत्सव मनाया गया और इसके घाटों को लाखों मिट्टी के दीयों से रोशन किया गया। दिवाली की पूर्व संध्या पर सरयू नदी के तट पर स्थित मंदिरों के शहर ने अपना खुद का ही विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया। नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए अयोध्या के 51 घाटों पर एक समय पर करीब 22.23 लाख दीये जलाए गए।
2017 में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार के गठन के साथ अयोध्या में दीपोत्सव समारोह की शुरुआत की गई। उस वर्ष लगभग 51,000 दीये जलाए गए और 2019 में यह संख्या 4.10 लाख पंहुच गई। 2020 में 6 लाख से अधिक एवं 2021 में 9 लाख से अधिक मिट्टी के दीपक जलाए गए।
ये है अयोध्या (Ayodhya) का पिछला रिकॉर्ड
2022 में अयोध्या नगरी (Ayodhya) को 17 लाख से अधिक दीयों से सजाया गया। हालाँकि, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने केवल उन दीयों को ध्यान में रखा जो पांच मिनट या उससे अधिक समय तक जलते रहे और रिकॉर्ड 15,76,955 पर सेट किया गया। इससे पहले दिन में रामायण, रामचरितमानस और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर आधारित अठारह झांकियां, अयोध्या में दीपोत्सव समारोह से पहले निकाले गए जुलूस का हिस्सा थीं।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस जुलूस को हरी झंडी दिखाई। यह उदय चौराहे से शुरू हुआ और शहर के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए राम कथा पार्क तक पहुंचा। झाँकियाँ बच्चों के अधिकार और बुनियादी शिक्षा, महिला सुरक्षा और कल्याण, आत्मनिर्भरता, वन और पर्यावरण की सुरक्षा और विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर आधारित थीं।
इस साल का जश्न खास बताया जा रहा है, क्योंकि अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर का निर्माण कार्य जोरों पर है। राम मंदिर का बहुप्रतीक्षित उद्घाटन 22 जनवरी 2024 को होने वाला है और इसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले हैं।