Paytm की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस द्वारा हाल ही में अपनी कई इकाइयों में से 1,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध वित्तीय सेवा फर्म ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है, जब उसका लक्ष्य लागत कम करना और अपने विभिन्न व्यवसायों को फिर से संगठित करना है। सूत्रों के हवाले से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, नौकरी में कटौती पिछले कुछ महीनों में लागू की गई है।
आपको बता दें खबर के मुताबिक इससे पेटीएम के कुल कार्यबल के कम से कम 10% पर असर पड़ने वाला है। यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा असुरक्षित ऋणों पर नियामक प्रतिबंधों के कारण छोटे-टिकट उपभोक्ता ऋण और ‘अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें’ खंड से पेटीएम की वापसी का अनुसरण करता है।
Paytm का लोन डिपार्टमेंट हुआ है सबसे ज्यादा प्रभावित
ये इस साल किसी भारतीय नए जमाने की तकनीकी कंपनी द्वारा की गई सबसे बड़ी नौकरी कटौती में से एक है। नई अर्थव्यवस्था क्षेत्र में स्टार्टअप्स को काफी दबाव का सामना करना पड़ा है, क्योंकि घाटे में चल रहे उद्यमों के लिए फंडिंग खत्म हो गई है। दरअसल, नई अर्थव्यवस्था वाली कंपनियां इस साल की पहली तीन तिमाहियों में 28,000 से अधिक कर्मचारियों को बर्खास्त कर चुकी हैं। 2022 में 20,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया और 2021 में 4,080 को।
सबसे ज्यादा नौकरियां जाने की आशंका Paytm के लोन कारोबार में होने की आशंका है, जिसमें पिछले साल के दौरान महत्वपूर्ण विस्तार हुआ है। 50,000 रुपये से कम के लोन देने वाली कंपनी की पहल पेटीएम पोस्टपेड, बदलते नियामक परिदृश्य से प्रभावित हुई है। परिणामस्वरूप अब पेटीएम अपना ध्यान धन प्रबंधन और बीमा ब्रोकिंग की ओर स्थानांतरित कर रहा है।