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Forbes List

Forbes List : फोर्ब्स द्वारा इस साल दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची का खुलासा किया गया है, जिसमें चार भारतीय महिलाएं भी शामिल हैं। ‘The World’s Most Powerful Women‘ कवर इमेज में फोर्ब्स द्वारा भारतीय राजनेता और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ-साथ थसुंडा ब्राउन डकेट, टेलर स्विफ्ट और जियोर्जिया मेलोनी की तस्वीर को कवर पेज के लिए रखा है।

भारतीयों की सूची में निर्मला सीतारमण सबसे ऊपर हैं। पत्रिका में उन्हें 100 में 32वां स्थान प्राप्त हुआ है। चलिए जानते हैं कौन हैं दुनिया की 4 सबसे शक्तिशाली भारतीय महिलाएं।

Forbes List : ये हैं सबसे शक्तिशाली भारतीय महिलाएं

निर्मला सीतारमण, रैंक 32, उम्र 64

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता निर्मला सीतारमण मई 2019 में वित्त मंत्री के रूप में नियुक्त हुईं थी। वह कॉर्पोरेट मामलों की भी मंत्री हैं और इसके अलावा 2017 से 2019 के बीच वह 28वीं महिला रक्षा मंत्री भी रह चुकी हैं। राजनीति में अपने करियर से पहले सीतारमण ने यूके स्थित कृषि इंजीनियर्स एसोसिएशन और बीबीसी वर्ल्ड सर्विस में भूमिकाएँ निभाईं हैं।

रोशनी नादर मल्होत्रा, रैंक 60, उम्र 42

रोशनी नादर मल्होत्रा ​HCL Tech की अध्यक्ष हैं और वह 12 अरब डॉलर की एचसीएल टेक के सभी रणनीतिक निर्णयों के लिए जिम्मेदार हैं। एचसीएल की स्थापना उनके पिता शिव नादर द्वारा 1976 में की गई थी। एचसीएल भारत के आईटी हब में एक केंद्रीय खिलाड़ी है और उन्होंने जुलाई 2020 में अपने पिता से अध्यक्ष की भूमिका संभाली।

वह शिव नादर फाउंडेशन की ट्रस्टी हैं, जो शिक्षा पर केंद्रित है और जिसने भारत के कुछ शीर्ष कॉलेजों और स्कूलों की स्थापना की है। सालों से वह फोर्ब्स की सूची (Forbes List) में सबसे शक्तिशाली महिला का स्थान रखती आ रही हैं। 2019 में उन्होंने 54वां, 2020 में 55वां और अब 2023 में 60वां स्थान हासिल किया है।

सोमा मंडल, रैंक 70, उम्र 60

जनवरी 2021 में सोमा मंडल भारतीय इस्पात प्राधिकरण (SAIL) की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में चुनी गईं। उनका जन्म भुवनेश्वर में हुआ और उन्होंने 1984 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। धातु उद्योग में 35 से अधिक सालों के अनुभव के साथ उन्होंने नाल्को से शुरुआत की और 2017 में SAIL में शामिल होने से पहले निदेशक बन गईं। उनके पास धातु उद्योग में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से स्नातक करने के बाद वह राज्य संचालित नेशनल एल्युमीनियम कंपनी में शामिल हो गईं।

किरण मजूमदार-शॉ, रैंक 76, उम्र 70

किरण मजूमदार-शॉ ने 1978 में बायोफार्मास्युटिकल फर्म बायोकॉन की स्थापना की। मजूमदार-शॉ को विज्ञान और रसायन विज्ञान में उनके योगदान के लिए 2014 में ओथमर गोल्ड मेडल सहित कई पुरस्कार मिले हैं।

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