Parliament Security Breach : दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल द्वारा बुधवार को संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में दो और लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसमें दो घुसपैठिए शामिल थे, जो दर्शक दीर्घा से लोकसभा में कूद गए और धुंए का छिड़काव किया। 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी पर हुई इस घटना ने सुरक्षा में ढिलाई को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामले में सह-साजिशकर्ता बताए जा रहे पांचवें आरोपी कोलकाता निवासी 35 वर्षीय ललित झा ने गुरुवार देर रात पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
इसके बाद उनके पहले नाम महेश और कैलाश से पहचाने गए दो लोगों को हिरासत में लिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि महेश ने झा का साथ दिया और उन्हें विशेष शाखा को सौंप दिया गया, जो मामले की जांच कर रही है। उन्होंने बताया झा को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि महेश को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ में कैलाश की भूमिका सामने आई और उसे भी हिरासत में लिया गया।
Parliament Security Breach : एक साल पहले की गई साजिश
पुलिस ने बताया कि झा ने बस से राजस्थान की यात्रा की, जहां उसने दिल्ली लौटने से पहले मोबाइल फोन नष्ट कर दिए। उसने दावा किया कि वह राजस्थान में महेश के साथ रुका था, जबकि पुलिस उसके बयान की पुष्टि कर रही थी। झा और महेश भगत सिंह फैन क्लब के माध्यम से जुड़े थे। यह एक सोशल मीडिया समूह है जिसका आरोपी हिस्सा थे। शुक्रवार को खबर आई कि यह उल्लंघन लगभग एक साल पहले की गई एक सुनियोजित साजिश थी।
मामले में पहले गिरफ्तार किए गए चार आरोपियों में से सागर शर्मा और मनोरंजन डी, जिन्होंने दर्शक दीर्घा से कूदने और लोकसभा के अंदर धुआं छिड़कने से पहले सुरक्षा की तीन परतों को पार कर लिया था और अमोल शिंदे एवं नीलम सिंह, जिन्होंने संसद के बाहर नारे लगाए थे। गुरुवार को उन्हें सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने कहा कि वे मैसूर के इंजीनियरिंग स्नातक 34 वर्षीय मनोरंजन की भूमिका पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिन्होंने स्थानीय सांसद प्रताप सिम्हा से दो आगंतुक पास प्राप्त करने के लिए अपने कनेक्शन का इस्तेमाल किया।
पुलिस ने कहा कि मनोरंजन ने 2021-22 में “सामाजिक मुद्दों पर चर्चा” के लिए मैसूर में तीन पुरुष आरोपियों की मेजबानी की और एक साल पहले सिंह से मुलाकात की। उन्होंने पुलिस से कहा कि वे प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं, ताकि सरकार मुद्रास्फीति और गरीबी जैसे मुद्दों पर ध्यान दे सके। 2001 के संसद हमले की बरसी पर 14 दिसंबर को घुसपैठ की योजना बनाई गई थी, लेकिन मनोरंजन को जल्दी पास मिलने के बाद इसे आगे बढ़ा दिया गया।